आई फ्लू लक्षण और बचाव कैसे करें?

 बढ़ रहे आई फ्लू के कैस,

क्या है ?आई फ्लू और इसके बचाव-

दोस्तों आज हम तेजी से पढ़ रहे हैं आई फ्लू के बारे में जानेंगे कि यह कैसे फैल रहा है !और इसके लक्षण क्या है? इसके बचाव के लिए हम क्या कर सकते हैं?



आई फ्लू यह बीमारी आंखों से संबंधित है! इस बीमारी से क्या होगा?

दोस्तों आपकी जो आंख है रेड कलर की हो जाएगी और यह एक बीमारी है इसे आई फ्लू कहा जाता है। (Conjective Eyes ) यह आई फ्लू बरसात के मौसम में ज्यादा होता है।अगर इसकी बात की जाए तो यह मार्च से लेकर अक्टूबर तक ज्यादा केस मिलते हैं,अगर हम अभी की बात करें तो सूरत में काफी फैल चुका है।

जहां पर अभी बरसात ज्यादा हुई है उन जगहों पर ज्यादा फैल रहा है अब जो यह आई फ्लू फैल रहा है । 

- उसके लक्षण क्या है? आप देख सकते हैं कि जो अपनी आंख में सफेद कलर की परत है जिसे हम पुतली या कोनिया भी कहते हैं।

जब हमारी आंख में कोई इंफेक्शन हो जाता है। जैसे कोई वायरल इनफेक्शन बैक्टीरिया या कोई एलर्जी हो जाती है तो ऐसे में अपनी सफेद पुतली उसकी रक्त नलिका में सूजन आ जाती है । जिसे अपनी आंख लाल दिखती है या तो गुलाबी दिखाई देती है।

- इसे हम हिंदी में आंख आना बोलते हैं वह कितने प्रकार का होता है?

 - इस झिल्ली के भीतर छोटी रक्त वाहिकाएं होती हैं जो कंजक्टिव मे जलन होने पर बड़ी हो जाती हैं, बड़ी हुई रक्त वाहिकाएं आपको लाल दिखाती है ,और आपको पता होगा कि यह वायरस गर्मी में और बारिश में ज्यादा फैलता है ।इस मौसम में बैक्टीरिया या इंफेक्शन की ग्रोथ जल्दी होती है।

- खुद देखेंगे की जैसे ही बारिश स्टार्ट होती है तो डॉक्टर के पास ज्यादा आई फ्लू के मरीज आते हैं।

क्योंकि इस मौसम में लोगों की इम्युनिटी सबसे ज्यादा कम होती है । यूमिनिटी कम क्यों होगी ? क्योंकि लोगों के आसपास बैक्टीरिया इन्फेक्शन,वायरल इनफेक्शन सबसे ज्यादा ग्रो कर रहे होते हैं उन्हीं वायरल इंफेक्शन, बैक्टीरिया इन्फेक्शन से बीमारी होती हैं ।उसे हम आई फ्लू कहते हैं पिंक डिसीज के नाम से भी जाना जाता है

यह तीन प्रकार का होता है।

1. बैक्टीरियल इनफेक्शन-

इसकी पहचान कैसे होगी ,आंखों में एक येलो कलर का पस निकलना स्टार्ट हो जाएगा और वह इतना ज्यादा गाढ़ा होगा कि आपकी आंखें आपस में चिपकने लग जाएगी। और यह बैक्टीरियल इनफेक्शन एक से दूसरे इंसान में फेलेगा अगर आपके पास भी ऐसा कोई इंसान है तो उससे दूर रहिए क्योंकि गलती से भी आपने उनसे हाथ मिलाया या कैसे भी वह आपके कांटेक्ट में आया और वही हाथ आपने अपनी आंखों पर लगा दिए तो यह आपको भी हो सकता है अभी यह सबसे ज्यादा फैल रहा है।





 2. एलर्जी वायरल-

यह फैलता नहीं है।और इसमें भी आपकी आंखें लाल दिखेंगी पर हमको खुद का डॉक्टर नहीं बनना है हमें डॉक्टर के पास जाना है, और एलर्जी कंजेक्टिव वायरस में आपकी आंखों में खुजली  होगी यह कंजेक्टिव वायरस छोटे बच्चों में ज्यादा हो जाता है  मिट्टी मैं ज्यादा रहने  से भी हो जाता है।और जिसे हो जाता है वह अगर प्रॉपर इलाज नहीं करवाते हैं तो यह उनकी आंखों में ही रह जाता है ।आपने देखा होगा कि आपके आस-पास कुछ लोगों की आंखें हमेशा लाल रहती हैं तो वह एलर्जी वायरस की वजह से ही होती है । 



3. केमिकल कंजेक्टिव वायरल-

केमिकल कंस्ट्रक्टिव वायरल यह ज्यादातर ,जो तेरागी  लोग होते हैं। जो ज्यादातर पानी में रहते हैं या स्विमिंग पूल के अंदर पानी मे‌जो केमिकल डाला जाता है, उसमें हम सब लोग नहाते हैं उस केमिकल की वजह से भी यह केमिकल कंजेक्टिव वायरल हो जाता है ।दूसरा कि जब किसी और की कॉस्मेटिक प्रोडक्ट यूज करते हैं स्पेशली गर्ल्स ध्यान रखें क्योंकि अगर किसी को यह वायरस हो रहा हो और आप उनके कॉस्मेटिक प्रोडक्ट यूज करती हो तो आपको यह वायरस हो सकता है।

 मैंने आपको तीनों प्रकार बता दिए हैं।

अगर आपको इनमें से कोई भी प्रॉब्लम हो रही है तो आप जल्दी से डॉक्टर को दिखाएं आपकी आंखें डैमेज होने से बच जाएगी ।इसे आपको मोतियाबिंद भी हो सकता है तो प्लीज इसे बचे ।

 आई फ्लू से बचाव कैसे करें-

- जब किसी को आई फ्लू हो जाए तो सबसे पहले खुद को (सेल्फ आइसोलेशन) एक कमरे में अकेले रहना है अपना तोलिया ,साबुन अलग रखना है और बार-बार ठंडे पानी से अपना मुंह धोना है और डेटोल से अपने कपड़े धोऐ।


- अगर आपकी एक आंख में आई फ्लू हो रहा है तो जिस कपड़े से आप आंख पोछ रहे हैं, उसे दूसरी आंख पर नहीं लगाना है ना ही हाथों से बार-बार टच करना है। अपनी फैमिली मेंबर से अपने सारी चीजें अलग रखना है क्योंकि किसी कपड़े से आपने आंख पर मसला और वही फैमिली में से किसी ने यूज किया तो उसको भी आई फ्लू हो जाएगा।

- और सब बोलते हैं कि जिसको आई फ्लू हैं उसकी आंखों में देखने से दूसरे पर्सन को भी हो जाता है। तो यह बात बिल्कुल गलत है यह आंखों में देखने से नहीं फैलता है यह एक मिस है। यह इंफेक्शन ऐसे नहीं फैलता है जब कोई अपनी आंखों को रब करता है और आपसे हाथ मिलाए या आपने उसकी कोई चीज जैसे टॉवल वगैरा यूज़ किया और आपने आंखों पर अपने हाथ लगा दिए तो यह आपको भी हो सकता है ।

-आप धूप में जाने से बचे बहुत ज्यादा लाइट को वहां जाने से बचे ,आपको काला चश्मा लगाकर ही बाहर जाना है !और आपको आंखों में एक चुभन सी होगी ऐसा लगेगा जैसे कोई पिन चुप रही‌ हो,क्योंकि आंखें बहुत कमजोर हो जाती हैं इसीलिए सनग्लासेस यूज़ करें।



- आई फ्लू बहुत तेजी से बढ़ रहा है तो आप इन सभी बातों का ध्यान रखें बार-बार अपनी आंखों को ठंडे पानी से धोएं।

- टॉवल,मेकअप ब्रश ,कांटेक्ट लेंस या चश्मा जैसी व्यक्तिगत वस्तुओं को साझा करने से बचें क्योंकि यह कीटाणु को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में स्थानांतरित कर सकते हैं।

- सुनिश्चित करें कि आप दरवाजे के हैंडल और काउंटर टॉप्स जैसी सतहो को कीटाणु नाशक  वाइप्स से नियमित रूप से पोछंकर अपने आसपास साफ रखें । इससे सार्वजनिक स्थानों पर वायरस के सचरंण खतरा हो जाता है।

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